
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट All the best gk पर. आज हम बात करेंगे भारत की प्रधानमंत्री ही लाल किले से 15 अगस्त को जनता क्यों पावर आते हैं तो चलिए शुरू करते हैं.
प्रधानमंत्री ही लाल किले से 15 अगस्त को झंडा क्यों फहराते हैं?
भारत में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है. इस दिन भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी.
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, भारत के प्रधान मंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं.
लाल किला भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है. यह भारत का सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों में से एक है.
स्वतंत्रता दिवस के दिन, लाल किले पर एक विशाल समारोह आयोजित किया जाता है.
इस समारोह में भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री शामिल होते हैं.
समारोह में देश के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता भी शामिल होते हैं. समारोह में प्रधान मंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और देश के नाम पर एक भाषण देते हैं.
समारोह के बाद, भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है.
प्रधानमंत्री को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का अधिकार इसलिए दिया जाता है,
क्योंकि वे भारत के सरकार के मुखिया होते हैं. वे भारत के संविधान के तहत देश के सभी नागरिकों के लिए जिम्मेदार होते हैं.
वे देश की सुरक्षा और समृद्धि के लिए काम करते हैं. वे देश के लोगों के लिए एक आदर्श होते हैं.
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराकर देश के लोगों को एकजुट होने और देश के लिए काम करने का संदेश देते हैं.
यह भी कहा जाता है कि जब भारत को 1947 में स्वतंत्रता मिली थी, तब पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे.
उन्होंने ही 15 अगस्त को लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज फहराया था.
तब से ही यह परंपरा चली आ रही है कि भारत के प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं.
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